Friday, September 20, 2024
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भारतीय नव वर्ष एवं चैत्र शुक्ल प्रतिपदा पर सेवा भारती के बच्चों ने निकाला रैली

ब्यूरोसुषमा ठाकुर

नोएडा।  उत्तरप्रदेश, नोएडा सेवा भारती ने  भारतीय नव वर्ष एवं चैत्र शुक्ल प्रतिपदा के अवसर पर लोगों में जागरूकता फैलाने के लिए रैली निकाली।  सेवा भारती द्वारा संचालित चार केंद्र गार्गी संस्कार केंद्र, भूमि संस्कार केंद्र, अनुभूति संस्कार केंद्र एवं केशव संस्कार केंद्र के सभी बच्चों ने बड़े ही उत्साहपूर्वक सेक्टर-8 बंगाली मोहल्ले की बस्ती से रैली आरंभ कर बाल्मीकि बस्ती से होते हुए सेक्टर -5 के मार्केट से होते हुए दुर्गा मंदिर से सब्जी मंडी तक सभी लोगों को भारतीय नव वर्ष की शुभकामनाएं देते हुए रैली निकाली।जिसमें अनुभूति संस्कार केंद्र ने मां भारती की झांकी भी निकाली।

इस रैली का उद्देश्य यह था कि लोग अपने भारतीय संस्कृति परंपरा को भूलते जा रहे हैं और पाश्चात्य परंपरा को अपनाते जा रहे हैं।जहां एक ओर देखा जाए तो पश्चिम में रहने वाले लोग भी हमारे भारतीय संस्कृति एवं परंपरा को अपनाते जा रहे हैं। वहीं दूसरी ओर हम अपनी संस्कृति एवं परंपरा को भूलते जा रहे हैं। इसीलिए इन बच्चों के माध्यम से सेवा भारती के केंद्रों  ने जन-जागरण  के रूप में भी इस रैली को निकाला।

जिससे सभी भारतीय को यह पता चल सके की हमारा भारतीय नव वर्ष चैत्र शुक्ल पक्ष प्रतिपदा को मनाया जाता है, क्योंकि इसी दिन ब्रह्मा जी द्वारा सृष्टि का निर्माण हुआ था। प्रभु श्री राम का राज्याभिषेक भी आज ही के दिन हुआ था और विक्रम संवत की बात करें तो महाराजा विक्रमादित्य द्वारा राज्य की स्थापना भी आज ही के दिन हुई थी। इसीलिए हम आज विक्रम संवत 2081 मना रहे हैं, क्योंकि आज ही के दिन से विक्रम संवत भी प्रारंभ हुआ था। इसके साथ-साथ धर्मराज युधिष्ठिर का राज्याभिषेक भी आज ही के दिन हुआ था और सबसे बड़ी खुशी की बात तो यह है की शक्ति स्वरूपा मां दुर्गा का नवरात्रि का प्रारंभ दिवस भी इसी दिन से है।

संघ संस्थापक परम पूजनीय डॉक्टर हेडगेवार जी का जन्म दिवस भी चैत्र शुक्ल प्रतिपदा ही है। जहां एक ओर प्रकृति भी पेड़ पौधों पर नए-नए पत्तों के साथ हरियाली बिखेरती हुई हमें यह अनुभूति कराती है कि वसंत ऋतु का आगमन हो चुका है।  आम के पेड़ में छोटे-छोटे अंबिया लगने लगते हैं और कोयल की मधुर स्वर गूंजने लगती है। आर्य समाज की स्थापना भी इसी दिन हुआ था।  इसके साथ बता दे आपको की संत झूलेलाल जी का जन्म दिवस, सिखों के दूसरे गुरु श्री अंगद देव जी का जन्म दिवस और शालीवाहन शक संवत का भी प्रारंभ इसी दिन हुआ था।

जहां इतने सारे शुभ कार्य चैत्र मास की शुक्ल प्रतिपदा को हुए हैं। रैली में बस्ती के बच्चों का उत्साह और आनंद देखते ही बन रहा था। साथ ही साथ शिक्षिका बहनों ( बहन  ममता यादव,  बहन सोनम यादव,  बहन विमला कोठारी, बहन सुषमा ठाकुर ) के कार्य भी बहुत सराहनीय रहे जो बच्चों को भारत की संस्कृति एवं परंपरा की शिक्षा रही हैं।

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