ब्यूरो – सुषमा ठाकुर
केंद्र । दीपावली का पर्व ज्योति, पुरुषार्थ और आत्म साक्षात्कार का पर्व है। अमावस्या के दिन मनाए जाने वाले दीपोत्सव पर पर्यावरण रक्षा के संकल्प को मजबूती दें। पर्यावरण के लिए ‘रावण’ बने प्लास्टिक व कचरा, स्वच्छता और पवित्रता वाले इन पर्वों की भावना के खिलाफ है। वोकल फाॅर लोकल पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक दीपक प्लास्टिक और प्रदूषण मुक्त पर्यावरण के नाम जलाने का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि, कभी सोचा है धातुओं की वस्तुएं, मूर्ति, सजावट के सामान कैसे तैयार होते हैं? भारत के हर कोने में कारीगर ढलाई का काम करते हैं। फिर उसमें रंग-रोगन और कलाकारी करके हम तक पहुंचाते हैं। हम सभी ये वस्तुएं, मूर्ति और सजावट का सामान खरीद कर इस दीपावली उन्हें अपने घर में सजाते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वोकल फॉर लोकल का संदेश देते हुए कहा कि, एक हिंदुस्तानी होने के नाते मेरे देशवासियों के प्रति मेरा कर्तव्य, मेरा कमिटमेंट बनता है। आइए इसी भावना के साथ लोकल के लिए वोकल बनें। दीपावली लोकल से मनाएं।