ब्यूरो – सुषमा ठाकुर
नोएडा । नोएडा के डीएम ने आदेश दिया है, कि नोएडा के सभी स्कूल प्रदूषण के कारण बंद रहेंगे। हम सभी को डीएम के आदेश का सम्मान करना चाहिए। परंतु सवाल यह है कि क्या प्रदूषण स्कूल से उठते हैं ? क्या प्रदूषण के कारण स्कूल बंद कर देने से हमारे घर के आसपास के माहौल से प्रदूषण खत्म हो जाएगा ? क्या बच्चे अपने घर के आसपास के माहौल में सुरक्षित रहेंगे ? क्या प्रदूषण सिर्फ विद्यालयों में होती है ? पब्लिक स्कूल वेलफेयर समिति ने यह तय किया है कि सभी पब्लिक स्कूल के शिक्षक, शिक्षिकाएं नोएडा के डीएम से इस संबंध में मिल कर बात करें कि क्या प्रदूषण स्कूलों से निकलता है ? क्या यह वायु प्रदूषण स्कूल उगलते हैं ?
पब्लिक स्कूल के अध्यापक-अध्यापिकाएं यह जानना चाहते हैं कि स्कूल बंद करने से प्रदूषण कम हो जाता है या फिर जो बच्चे स्कूल नहीं जा रहे हैं, जो ग्रामीण क्षेत्र में स्कूल चल रहे हैं। जहाँ पर ऑनलाइन शिक्षा की कोई भी व्यवस्था नहीं है। और ना हीं, अभिभावक उसका लाभ उठा पाते हैं।
उस स्थिति में हमें बच्चों के प्रति क्या करना चाहिए ? क्या उन्हें शिक्षा से वंचित कर देना चाहिए ? क्योंकि जो समय हमारा निकल जाता है, वह हर पल कीमती हो गया है। गया हुआ समय वापस नहीं आता है। हम पहले से ही कोरोना काल से प्रभावित हैं। उससे अभी तक पूर्ण रूप से नहीं उबर पाए हैं। बच्चों का शिक्षा का स्तर बहुत नीचे गिर चुका है। यदि हमने बच्चों को समय नहीं दिया तो बच्चों की शिक्षा की स्थिति बहुत गंभीर होगी।