ब्यूरो – सुषमा ठाकुर
नोएडा । सेक्टर – 49, RWA के द्वारा नोएडा मीडिया क्लब, सेक्टर – 29 में प्रेस वार्ता की गई है, जिसमें बी- 38 को गलत तरीके से सील कराए जाने से संबंधित वार्ता को मीडिया के समक्ष रखा गया है।
बताया गया कि मकान नंबर B- 38, सेक्टर -49, नोएडा को जीएम प्लानिंग नीलू सहगल द्वारा इंस्पेक्शन तथा दस्तावेज देखने के बाद कंप्लीशन सर्टिफिकेट इश्यू किया गया।
जीएम प्लानिंग नीलू सहगल तथ्यों के बिना ही ऑलरेडी कंप्लीशन सर्टिफिकेट इश्यू कर दिया गया। उन्हीं के द्वारा सीलिंग नोटिस जारी किया गया है जिसकी इन्फॉर्मेशन/नोटिस मकान नंबर बी- 38, सेक्टर- 49, नोएडा को नहीं दी गई ना ही इन्फॉर्म किया गया।
जेई प्रदीप, कोमल और कुछ पुलिसवाले B-38, सेक्टर- 49 पहुँचकर मकान मालकिन वीना चोपड़ा को, जो की एक सीनियर सिटीजन व विधवा महिला है। उनको जबरन बाहर निकालने की कोशिश की गयी तथा अभद्र भाषा का प्रयोग किया गया, और कहा गया कि आप बाहर निकलें नहीं तो हम और फोर्स बुलाएंगे।
इसी की वजह जानने के लिए वीना चोपड़़ा ने, जो कि B – 38, सेक्टर – 49 की मालकिन हैं, उन्होंने बार बार पूछा की मैंने क्या गलत किया है ? मैंने ऐस पर लॉ एण्ड बाइलॉज अपना मकान बनाया है। कृपया करके आप यहाँ से चले जाएं।
उनको फांसी लगाने पर मजबूर किया गया। प्रदीप द्वारा प्रताड़ित किया गया। थोड़ी देर बाद उनके बच्चे और बहू आ गए थे जो कि थोड़ी देर के लिए मार्केट तक गए थे तब उनकी बहू ने आकर कहा कि हमारा सिविल मेटल कोर्ट में चल रहा है तथा आप यहाँ से चले जाए। यह बात जेई जानकर हैरान रह गए कि उनको यह बात पता नहीं थी कि कोर्ट में सिविल मैटर चल रहा है। इसके बाद वह फोर्स लेकर वापस चले गए और बोले कि दोबारा सील करने आएँगे।
दिनांक 22 सितंबर 2023 को शाम को बी -38,सेक्टर – 49 की ओनर वीना चोपड़ा नोएडा अथॉरिटी गई और वहाँ पर आला अधिकारी सीईओ लोकेश एम से मिली। जहाँ उन्होंने आश्वासन दिया कि आपका घर सील नहीं होगा और इन्क्वाइरी की जाएगी। आप घर जाये मगर उन्हें लिखित में कुछ नहीं दिया गया। इसलिए उन्होंने इलाहाबाद हाईकोर्ट में अर्जी दाखिल किया। जो कि 26 सितंबर 2023 को कोर्ट द्वारा स्टे प्राप्त कर दिया गया।
आगे उन्होंने बताया कि हमें ये 20 सितंबर 2023 को जीएम प्लानिंग नीलू सहगल का नोटिस प्राप्त हुआ जो कि हमें 1 दिन बाद पता चलता है कि हमारे मकान की सीलिंग ऑर्डर के लिए बोला गया है। बिना हमें सुने और बिना जाने जबकि हमारे पास ऑलरेडी कंप्लीशन सर्टिफिकेट 20 दिन पहले से हो चुका था।
इसमें ये बताना अधिक महत्वपूर्ण है कि बी – 39, सेक्टर – 49, नोएडा की मालकिन रितु शर्मा एन विशाल शर्मा ने अथॉरिटी में अपने पावर का यूज़ करके जो की वो बतलाती है की उनकी सिस्टर डीआइजी स्वीटी है, उनकी पावर को यूज़ करके ये ऑर्डर पास करवाया। जो की बिल्कुल लॉ के विरुद्ध है। इसकी निंदा आरडब्ल्यूए पूरी तरह करता है। साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि रितु शर्मा व विशाल शर्मा ने अथॉरिटी को भी मिसगाइड किया है और अपने पावर का यूज़ करके जे ई प्रदीप से हमें बहुत प्रताड़ित करवाया है। जे ई प्रदीप ने उनके बेटे को धमकी दे कर कहा था कि सेट्लमेंट कर लो नहीं तो तुम्हारे साथ और क्या क्या होगा।
वीना चोपड़ा ने कहा कि किस तरह पावर में रहकर कुछ लोग समाज के लोगों का बहिष्कार करते हैं। मैं ये भी कहना चाहूंगी क्योंकि रितु शर्मा विशाल शर्मा की सिस्टर जो डीआइजी है, हमें उनका नाम नहीं पता। मगर इतना जरूर पता है कि अथॉरिटी में हर कोई सब जानता है उनके पॉवरफुल इन्वेन्शन को। क्या उनके पास पावर का वो कुछ भी इस्तेमाल कर सकती है। मैंने अथॉरिटी में सीओ साहब के आगे निवेदन रखा है कि न्यायिक जांच की जाए और जो इसमें इंक्वायरी में दोषी पाया जाए। उसे निलंबित किया जाए। और जो मेरे घर के ये सीलिंग ऑर्डर हुआ है, उसे कैंसल किया जाए। इसके लिए मैं इलाहाबाद तक गई। वहाँ से कोर्ट से हमें स्ट्रेन मिल गया है। मगर प्रश्न आज भी वही है कि क्या पावर में रहने वाले लोग जो सरकार में उच्च स्तर पर रहने वाले लोग क्या नीचे के लोगों का शोषण करते रहेंगे मेरा बस यही एक सवाल है की सबके लिए “राइट टु लीव का राइट” सब के लिए है तो कृपया करके मुझे न्याय दिया जाए।